Monday , May 13 2024
Breaking News

Space Alert: बेकाबू हुआ चीन का 19000 किलो का रॉकेट, 8 मई को धरती पर बड़ा खतरा

Space Alert:digi desk/BHN/ चीन का एक बड़ा रॉकेट अनियंत्रित होकर पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगा रहा है और आने वाले कुछ दिनों में ये धरती पर वापस गिर सकता है। इस लॉन्ग मार्च 5b रॉकेट के कोर स्टेज का वजन 21 टन है। पिछले हफ्ते चीन ने अपना स्पेस स्टेशन बनाने के लिए पहला मॉड्यूल लॉन्च किया था। रॉक्ट के कोर स्टेज को समुद्र में बनाई गई एक जगह पर गिरना था, लेकिन यह अनियंत्रित हो गया और पृथ्वी के चक्कर काटने लगा। अमेरिकी सुरक्षा विभाग का मानना है कि यह 8 मई के आसपास पृथ्वी के वातावरण में दोबारा प्रवेश कर सकता है।

कोर स्टेज के पृथ्वी के वातावरण में प्रवेश होने पर क्या होगा?

रॉकेट के कोर स्टेज की लंबाई 100 फीट और चौड़ाई 16 फीट है। जब यह ऑर्बिट से निकलकर पृथ्वी के वातावरण में प्रवेश करेगा तो इसके जलने की संभावना है। इसके बावजूद कोर स्टेज के बड़े हिस्से मलबे के रूप में धरती पर गिर सकते हैं। हमारे ग्रह का बड़ा हिस्सा समुद्र से घिरा हुआ है, ऐसे में रॉकेट के हिस्सों के वहीं पर गिरने की संभावना है। फिर भी ये आस-पास के इलाके के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं।

कहां गिर सकता है रॉकेट का कोर स्टेज

यूरोपियन स्पेस एजेंसी के स्पेस सेफ्टी प्रोग्राम के प्रमुख होल्गर क्रैग ने कहा, “ऑब्जेक्ट के डिजाइन को जाने बिना किसी भी चीज के टुकड़ों की संख्या का पता लगाना मुश्किल है। लेकिन किसी भी वस्तु के 20 से 40 फीसदी टुकड़े हमेशा बच जाते हैं। पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगा रहे रॉकेट बॉडी का रास्ता न्यूयॉर्क, मैड्रिड और बीजिंग से थोड़ा सा उत्तर में है। इसके अलावा ये दक्षिणी चिली और न्यूजीलैंड के वेलिंगटन के दक्षिण में है। रॉकेट का यह हिस्सा इन क्षेत्रों में गिर सकता है।”

पृथ्वी का चक्कर लगाने वाली वस्तुओं को ट्रैक करने वाले एस्ट्रोनोमर जॉनथन मैकडॉवल ने कहा कि वर्तमान स्टैंडर्ड को देखते हुए इसे बेकाबू होकर पृथ्वी में प्रवेश करने देना अस्वीकार्य होगा। 1990 के बाद से 10 टन से ज्यादा किसी भी वस्तु को फिर से पृथ्वी में दाखिल होने के लिए ऑर्बिट में नहीं छोड़ा जाता है।

About rishi pandit

Check Also

जो बाइडन की फिर फिसली जुबान, अब किम जोंग उन को बताया दक्षिण कोरिया का राष्ट्रपति

वॉशिंगटन. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन अपनी एक गलती के कारण फिर से चर्चा में …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *